आधार कार्ड (Aadhar Card) कैसे बनाये? | आधार कार्ड ऑनलाइन अपडेट कैसे करे

तो दोस्तों आज हम बात करने वाले है आधार कार्ड के बारे में। जैसे कि हम जानते है कि भारत मे यह एक बहुत जरूरी पहचान पत्र होता है हम सभी के लिए।

इसीलिए आज हम आपको बताएंगे कि आधार कार्ड कैसे बनाएं, आधार कार्ड बनाने के लिए क्या चाहिए, आधार कार्ड के फायदे, आधार कार्ड क्यों जरूरी है, आधार कार्ड कैसे ऑनलाइन ठीक(अपडेट) करें आदि।

आधार कार्ड (Aadhar Card) क्या है?

आधार कार्ड 12 नंबर अंक वाला एक पहचान पत्र होता है। आधार कार्ड को UIDAI(Unique Indentification Authority of India) द्वारा जारी किया जाता है। इस पहचान पत्र को भारत का कोई भी व्यकि चाहे वह किसी भी उम्र के हो बनवा सकता है।

आधार कार्ड बनवाना बिल्कुल फ्री होता है, एक व्यक्ति केवल एक ही आधार कार्ड बनवा सकता है।

आधार कार्ड डेटा में आपकी आयु, आपका नाम, आप की डेट ऑफ बर्थ, आपका जैंडर, आपका एड्रेस, आपका मोबाइल नंबर व आपका ईमेल आईडी दर्ज रहता है जो कि आप की पहचान करने में सहायक है। इसके अलावा आधार कार्ड में आपकी हाथ की सभी उंगलियां का फिंगरप्रिंट, आपकी आंखों का स्केन और आपकी फ़ोटो भी होती है।

आधार कार्ड का पंजीकरण ऑनलाइन हो जाता है आधार कार्ड का इस्तेमाल नकली पहचान को खत्म करने के लिए किया जाता है। किसके द्वारा भारत के नागरिकों की पहचान करने में बहुत मदद मिलती है। आधार नंबर किसी भी व्यक्ति को उसके जाति धर्म आए स्वास्थ्य और भूगोल के आधार पर नहीं दर्शाता। आधार संख्या केवल उस व्यक्ति की पहचान का एक अंक होता है।

आधार (UIDAI)

आधार कार्ड(UIDAI) की शुरुआत कब हुई | Aadhar card(UIDAI) history in Hindi

अधिनियम से पहले ही UIDAI भारत में 28 जनवरी 2009 से कार्यरत है। 3 मार्च 2016 को पार्लिमेंट में एक मनी बिल पास किया गया था जिससे कि लोगों के आधार कार्ड बनाने में समर्थन मिल सके। 11 मार्च 2016 को आधार कार्ड को एक्ट 2016 के तहत लोकसभा में पारित किया गया था।

आधार कार्ड की विशेषताएं | Features of Aadhar in Hindi

1. आधार कार्ड अनोखा(unique) है

आधार कार्ड डेमोग्राफिक और बायोमेट्रिक डी-डुप्लीकेशन की प्रक्रिया के माध्यम से बनाया जाता है। डिडुप्लीकेशन प्रक्रिया व्यक्ति के डेमोग्राफिक बायोमैट्रिक जानकारी आधार कार्ड बनने के दौरान यूआईडीएआई डेटाबेस के रिकॉर्ड में दर्ज करती है।

यदि वह व्यक्ति दोबारा नया आधार कार्ड बनाने के लिए कोशिश करता है तो पहले से ही डेटाबेस में दर्ज डाटा उसे ऐसा नहीं करने देगा। एक व्यक्ति सिर्फ एक ही आधार कार्ड बनवा सकता है वेकेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद सिर्फ एक ही आधार बनता है जोकि 12 अंकों का एक अनोखा नंबर होता है।

2. आधार कार्ड की portability

आधार कार्ड देश में कहीं से भी प्रमाणित किया जा सकता है आधार कार्ड का यह यह पिक्चर इसलिए जरूरी है क्योंकि भारत में लाखों-करोड़ों लोग एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवास करते रहते हैं। आप किसी भी जगह से अपना आधार कार्ड प्रमाणित कर सकते हैं या ऑनलाइन निकलवा सकते हैं।

3. आधार कार्ड संख्या(नंबर)

आधार कार्ड नंबर या संख्या 1 रेंडम नंबर होता है इस नंबर का व्यक्ति की जाति धर्म स्वास्थ्य आए आदि किसी से भी संबंध नहीं आता।

4. आधार कार्ड ऑनलाइन सुविधा

यूआईडीएआई ओपन व स्केलेबल ढांचा है जिस भी व्यक्ति का आधार कार्ड बना हुआ है। वह ऑनलाइन जाकर अपने आधार कार्ड की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है।

5. आधार कार्ड की ओपन सोर्स टेक्नोलॉजी

आधार कार्ड का पूरा डाटा एक स्पेसिफिक कंप्यूटर हार्डवेयर, स्टोरेज, ओएस, वेंडर आदि को स्केल करने से रोकता है। आधार कार्ड का पूरा डाटा बहुत ही सुरक्षित डेटाबेस में स्टोर रहता है।

व्यक्ति केवल अपने ही आधार की जानकारी प्राप्त कर सकता है उसके लिए भी उसे अपने मोबाइल नंबर में ओटीपी को दर्ज करना होता है।

आधारकार्ड के उपयोग | Usage of Aadhar in Hindi

आधार कार्ड सबसे पहले तो एक पहचान पत्र के रूप में प्रयोग किया जाने वाला पहचान पत्र है। आधार कार्ड आसानी से पबनवाया जा सकता है, और आसानी से ऑनलाइन डाउनलोड भी किया जा सकता है।

आधार कार्ड का प्रयोग ऑनलाइन केवाईसी वेरिफिकेशन करवाने के लिए भी किया जाता है।

आधार कार्ड का इस्तेमाल बहुत से सरकारी योजनाओं में किया जाता है जैसे कि

  • पासपोर्ट बनवाने में,
  • बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए,
  • जीवन बीमा कराने के लिए,
  • जनधन योजना के लिए,
  • पीएफ निकलवाने के लिए,
  • एलपीजी की सब्सिडी पाने के लिए,
  • ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए,
  • स्कूल व विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए,
  • ऑनलाइन दूसरे डॉक्यूमेंट बनवाने के लिए जैसे कि पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि बनवाने के लिए भी आधार कार्ड का उपयोग किया जाता है।
आधारकार्ड

आधार कार्ड कैसे बनाये? | Aadhar Enrolment in Hindi

आधार कार्ड ऑनलाइन बनवाने का कोई तरीका नहीं है आपको यदि आधार कार्ड बनवाना है तो आधार कार्ड केंद्र पर जाना जरूरी होता है क्योंकि वहां आपके सभी हाथों की उंगलियों का फिंगरप्रिंट व आपकी फोटो ली जाती है। लेकिन आप आधार कार्ड ऑनलाइन अपडेट करा सकते हैं।

आधार कार्ड नामांकन प्रक्रिया में आधार कार्ड नामांकन केंद्र पर जाना होता है उसके बाद आपको नामांकन फॉर्म भरना होता है, पहचान पत्र व पते के दस्तावेज देने होते है, फॉर्म भरने के बाद आपको डेमोग्राफिक व बायोमेट्रिक डाटा देना होता है। इसके बाद आपको अपने आधार की एक्नॉलेजमेंट स्लिप मिल जाती है।

आधार कार्ड का नामांकन नया नया आधार कार्ड बनवाना बिल्कुल मुफ्त होता है। आप अपनी पहचान के प्रमाण और पते के प्रमाण के दस्तावेज लेकर भारत में किसी भी अधिकृत आधार केंद्र में जाकर अपना आधार कार्ड बनवा सकते हैं।

पहचान और पते के प्रमाण के रूप में आपकी फोटो, आपका राशन, कार्ड पासपोर्ट या फिर ड्राइविंग लाइसेंस इस्तेमाल किया जा सकता है।

आप अपने पते के प्रूफ के रूप में पानी का बिल, बिजली का बिल, लैंडलाइन व टेलिफोन बिल आदि भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

यदि उपरोक्त में से आपके पास कोई भी आईडेंटिटी का सर्टिफिकेट नहीं है तो आप एक लेटर हेड पर अपनी फोटो लगाकर किसी गैजेट ऑफिसर या तहसीलदार द्वारा साइन की हुई फोटो जिसमें आपका पता लिखा हुआ हो जोकि एमपी और एमएलए या गैजेट ऑफिस या तहसीलदार या ग्राम पंचायत द्वारा मान्य होती है और उसे आप अपने पते के पहचान पत्र के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

यदि आपके पास कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है तो आप आधार नामांकन केंद्र पर उपलब्ध परिचय कर्ताओं की सहायता ले सकते हैं परिचय कर्ताओं को रजिस्टर द्वारा अधिसूचित किया जाता है अधिक जानकारी के लिए कृपया संबंधित रजिस्ट्रार के कार्यालय में संपर्क करें।

आधार कार्ड 3 तरीकों से बनाया जा सकता है

पहला दस्तावेज आधारित होता है इसमें आप के दस्तावेजों की पहचान की जाती है जिसमें आपका पहचान प्रमाण और आपके पते का प्रमाण होता है

दूसरा तरीका परिवार के मुखिया पर आधारित रहता है परिवार का मुखिया परिवार के सदस्यों का परिचय दस्तावेजों के माध्यम से कर सकता है जोकि रिश्ते के प्रमाण को स्थापित करते हैं।

तीसरा तरीका होता है परिचय आधारित- पहचान के प्रमाण दस्तावेज और पते के प्रमाण दस्तावेज ना होने पर आप आधार केंद्र पर उपस्थित परीक्षा करता की सेवा का लाभ उठा सकते हैं परीक्षा करता रजिस्ट्रार द्वारा नियुक्त होता है लेकिन उसके पास एक वैद्य आधार संख्या होनी चाहिए।

आधार केंद्र में पर नामांकन(पंजीकरण)करते समय आपका अपना फोटो उंगलियों के निशान,आपकी आंखों का स्कैन देना होता है और आप अपने द्वारा दी गई जानकारी को नामांकन के दौरान भी सुधार सकते हैं। इसके बाद आपको एक एक्नॉलेजमेंट स्लिप मिल जाती है जिसमें आपका नामांकन संख्या और नामांकन के दौरान अन्य जानकारी शामिल होती है। यदि आप के नामांकन में कोई गलती होती है तो आप 96 घंटे के अंदर उसे आधार केंद्र में जाकर ठीक करा सकते हैं।

आधार कार्ड के लिए कहा अप्लाई करें? | आधार के लिए पंजीकरण कहां करें?

भारत के सभी राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों में नामांकन यूआईडीएआई और भारत के रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (आरजीआई) द्वारा किया जाता है। आप देश में किसी भी आधार केंद्र में जाकर अपना आधार कार्ड बनवा या उसमें सुधार करवा सकते हैं। असम और मेघालय में आधार कार्ड एनरोलमेंट आरसीआई द्वारा किया जाता है।

आधार कार्ड अपडेट

आधार कार्ड ऑनलाइन अपडेट कैसे करे?

  • आप ऑनलाइन आपका नाम आपकी जन्म तिथि एड्रेस और आपका लिंग ऑनलाइन चेंज कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपका मोबाइल नंबर आपके आधार से जुड़ा हुआ होना जरूरी चाहिए होता है।
  • आधार कार्ड में ऑनलाइन अपडेट के लिए आपको सबसे पहले यूआईडीएआई की वेबसाइट में जाना होता है।
  • उसके बाद आपका Proceed to Update Aadhar’ वाले ऑप्शन में क्लिक करना है।
  • इसके बाद अपना आधार नंबर और कैप्चा डालें। फिर फोन नंबर पर आया हुआ उठा के डाल कर अपने आप को रजिस्टर करें।
  • फिर आपको ‘Update Demographics data’ वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होता है। इज़के बाद आपको जो भी आपका सुधार करना है उस पर क्लिक करें और proceed बटन पर जाएं।
  • इसके बाद आप ऑनलाइन सुधार कर सकते हैं और मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें फिर अपने द्वारा भरी गई जानकारी को चेक करें अंत में Update Request Number बटन पर क्लिक करें।

आधार कार्ड सेवा केंद्र में जाकर आधार अपडेट करें

यदि आप ऑनलाइन अपडेट करने में असमर्थ है तो आप अपने नजदीकी आधार केंद्र में जाकर अपना आधार कार्ड अपडेट करा सकते हैं।

यदि आपके आधार में आपका नाम, डेट ऑफ बर्थ, पता आदि में से कोई जानकारी गलत है तो आपको एक एप्लीकेशन करेक्शन फॉर्म मिलता है उसे आपका भरना है फॉर्म भरने के बाद आपको अपने डॉक्यूमेंट उसमें लगाने होते हैं और आधार केंद्र में देने होते हैं और कुछ फीस भी देनी होती है(₹50 या ₹100), उसके बाद आपका आधार अपडेट किया जाता है।

आधार में फ़ोन नंबर ईमेल कैसे दर्ज करें?

यदि आपके आधार में आपका नंबर या ईमेल आईडी दर्द नहीं है तो आपको अपना आधार कार्ड लेकर आधार केंद्र में जाना होता है वहां पर आपको ₹50 फीस देनी होती है और वह आप का फोन नंबर या ईमेल एड्रेस आधार कार्ड में अपडेट कर देते हैं।

आधार कार्ड बनवाते समय यह बातें ध्यान में रखें

  • आपके द्वारा दी हुई जानकारी सही होनी चाहिए
  • यह चेक करें कि सभी चीजें सही लिखी(स्पेलिंग) हो
  • जो भी डॉक्यूमेंट आप देते हैं वह मान्य होना चाहिए।
  • एक्नॉलेजमेंट स्लिप को संभाल कर रखें।
  • अपना यूआरएन नंबर लिख कर रखें ताकि आधार कार्ड ट्रैक करने में आपको परेशानी ना हो।

आधार मिथ | Aadhar Myths

Q.1 यूआईडीएआई के पास बायोमेट्रिक्स, बैंक खाता, पैन आदि सहित मेरा सारा डेटा है। क्या यह मेरी गतिविधियों को ट्रैक करेगा?
Ans. बिल्कुल झूठ। यूआईडीएआई डेटाबेस में केवल न्यूनतम जानकारी होती है जो आप नामांकन या अद्यतन के समय देते हैं। इसमें आपका नाम, पता, लिंग, जन्म तिथि, दस उंगलियों के निशान, दो आइरिस स्कैन, चेहरे की तस्वीर, मोबाइल नंबर (वैकल्पिक) और ईमेल आईडी (वैकल्पिक) शामिल हैं।
निश्चिंत रहें, यूआईडीएआई के पास बैंक खातों, शेयरों, म्यूचुअल फंड, वित्तीय और संपत्ति विवरण, स्वास्थ्य रिकॉर्ड, परिवार, जाति, धर्म, शिक्षा आदि के बारे में आपकी जानकारी नहीं है और यह जानकारी अपने डेटाबेस में कभी नहीं होगी।
वास्तव में, आधार अधिनियम 2016 की धारा 32 (3) विशेष रूप से यूआईडीएआई को प्रमाणीकरण के उद्देश्य के बारे में किसी भी जानकारी को स्वयं या किसी संस्था के माध्यम से नियंत्रित करने, एकत्र करने, रखने या बनाए रखने से रोकती है। आधार एक पहचानकर्ता है, प्रोफाइलिंग टूल नहीं।

Q.2 लेकिन जब मैं अपने बैंक खाते, शेयर, म्यूचुअल फंड और अपने मोबाइल फोन को आधार से जोड़ता हूं, तो क्या यूआईडीएआई को ये जानकारी नहीं मिलेगी?
Ans. बिलकुल नहीं। जब आप अपने बैंकों, म्यूचुअल फंड कंपनियों, मोबाइल फोन कंपनियों को आधार नंबर देते हैं, तो वे आपकी पहचान के सत्यापन के लिए केवल आधार नंबर, आपका बायोमेट्रिक्स (प्रमाणीकरण के समय दिया गया) और आपका नाम आदि यूआईडीएआई को भेजते हैं। वे आपके बैंक खाते का विवरण UIDAI को नहीं भेजते हैं।
जहां तक ​​यूआईडीएआई का संबंध है, यह ऐसे सत्यापन अनुरोधों का जवाब ‘हां’ या ‘नहीं’ में देता है।
कुछ मामलों में, यदि सत्यापन उत्तर ‘हां’ है, तो यूआईडीएआई के पास उपलब्ध आपके मूल केवाईसी विवरण (नाम, पता, फोटो आदि) सेवा प्रदाता को भेजे जाते हैं। यूआईडीएआई कभी भी आपका बैंक, निवेश, बीमा आदि विवरण प्राप्त या एकत्र नहीं करता है।

Q.3 क्या कोई मेरे बैंक खाते को हैक कर सकता है अगर उन्हें मेरा आधार नंबर पता चल जाए?
Ans. बिल्कुल झूठ। जैसे केवल आपके एटीएम कार्ड का नंबर जानने से कोई एटीएम मशीन से पैसे नहीं निकाल सकता है; केवल आपका आधार नंबर जानने से कोई भी आपके बैंक खाते को हैक नहीं कर सकता है और पैसे नहीं निकाल सकता है।
यदि आप बैंकों द्वारा दिए गए अपने पिन / ओटीपी के साथ भाग नहीं लेते हैं तो आपका बैंक खाता सुरक्षित है।
निश्चिंत रहें, आधार के कारण वित्तीय नुकसान का एक भी मामला सामने नहीं आया है। केवल आधार नंबर का उपयोग बैंकिंग या किसी अन्य सेवा के लिए नहीं किया जा सकता है।

Q.4 क्या मेरे बैंक खाते को आधार से लिंक करना अनिवार्य है?
Ans. धन शोधन निवारण (अभिलेखों का रखरखाव) तीसरा संशोधन नियम, 2019 के अनुसार, यदि आप आधार की धारा 7 के तहत अधिसूचित किसी भी योजना के तहत कोई लाभ या सब्सिडी प्राप्त करना चाहते हैं (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) ) अधिनियम, २०१६ (२०१६ का १८), बैंकिंग सेवा प्रदाता को आधार संख्या जमा करना अनिवार्य है।
अन्य बैंकिंग सेवाओं के लिए, आधार एक पसंदीदा केवाईसी दस्तावेज है। हालाँकि, यदि आप आधार जमा नहीं करना चाहते हैं, तो आप भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित किसी अन्य आधिकारिक रूप से मान्य दस्तावेज़ों का उपयोग कर सकते हैं। याद रखें, इस मामले में अपने बैंक खाते को आधार से जोड़ना वैकल्पिक है।

Q.5 क्या मोबाइल सिम लेने के लिए आधार अनिवार्य है?
Ans. नहीं। टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 के संशोधनों के अनुसार, दूरसंचार उपयोगकर्ता एक नया मोबाइल कनेक्शन प्राप्त करने के लिए स्वैच्छिक आधार पर प्रमाणीकरण के साथ केवाईसी दस्तावेजों के रूप में अपने आधार नंबर का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा, अपने देश की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए, आधार जैसे पहचानकर्ता का उपयोग करके सभी मोबाइल ग्राहकों की पहचान सत्यापित करने की सलाह दी जाती है।
यह पाया गया है कि अधिकांश अपराधी और आतंकवादी फर्जी और यहां तक ​​कि वास्तविक लोगों के नाम पर उनकी जानकारी के बिना सिम कार्ड जारी कर देते हैं और उनका उपयोग धोखाधड़ी और अपराध करने के लिए करते हैं।
यदि मोबाइल नंबर सत्यापित और आधार से जुड़ा हुआ है, तो ऐसे डिस्पोजेबल मोबाइल का उपयोग करने वाले धोखेबाजों, अपराधियों, आतंकवादियों या धन शोधनकर्ताओं को आसानी से पहचाना जा सकता है और कानून के अनुसार दंडित किया जा सकता है।

Q.6 क्या मोबाइल कंपनी सिम सत्यापन के समय लिए गए मेरे बायोमेट्रिक्स को स्टोर कर सकती है और बाद में अन्य उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल कर सकती है?
Ans. आधार सत्यापन के समय लिए गए आपके बायोमेट्रिक्स को मोबाइल फोन कंपनियों सहित कोई भी स्टोर या उपयोग नहीं कर सकता है।
जैसे ही आप फिंगरप्रिंट सेंसर पर अपनी उंगली रखते हैं, आपके बायोमेट्रिक्स एन्क्रिप्ट हो जाते हैं और यह एन्क्रिप्टेड डेटा यूआईडीएआई को सत्यापन के लिए भेजा जाता है।
आधार (प्रमाणीकरण) विनियम 2016 का विनियम 17(1)(ए) किसी भी अनुरोध करने वाली संस्था को सख्ती से प्रतिबंधित करता है जिसमें मोबाइल फोन कंपनियां, बैंक आदि शामिल हैं, जो किसी भी कारण से उंगलियों के निशान को संग्रहीत, साझा या प्रकाशित नहीं कर सकते हैं और न ही यह किसी को भी बरकरार रखेगा। ऐसे उंगलियों के निशान की कॉपी। इस प्रावधान का कोई भी उल्लंघन आधार अधिनियम 2016 के तहत दंडनीय अपराध है।

Q.7 क्या स्कूल में दाखिले के लिए आधार अनिवार्य है?
Ans. स्कूल में प्रवेश के लिए या केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड, मेडिकल प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए आधार अनिवार्य नहीं है।
यदि कोई शैक्षणिक संस्थान/बोर्ड पहचान दस्तावेज के रूप में केवल आधार पर जोर देता है, तो आप यूआईडीएआई की प्रेस विज्ञप्ति – https://uidai.gov.in/images/news/press-release-06092018.pdf के संबंध में या शिकायत के संबंध में दिखा सकते हैं। संस्था के संबंधित प्राधिकारी/बी

आधार कार्ड अपडेट करने पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.1 मैं आधार के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर बदलना चाहता हूं। क्या इसे ऑनलाइन किया जा सकता है?
Ans. आपका मोबाइल नंबर ऑनलाइन अपडेट नहीं किया जा सकता है, और आपको एक स्थायी नामांकन केंद्र पर जाना होगा।

Q.2 क्या किसी डेटा अपडेट के बाद मेरा आधार नंबर बदल जाएगा?
Ans. नहीं, सूचना अद्यतन के बाद आधार संख्या वही रहेगी।

Q.3 क्या मुझे मूल दस्तावेजों को अद्यतन करने के लिए स्थायी नामांकन केंद्र में लाना होगा?
Ans. हां, आपको मूल सहायक दस्तावेज लाने होंगे। हालांकि, उन्हें स्कैन किया जाएगा और आपको वापस कर दिया जाएगा।

Q.4 आधार अपडेट होने में कितना समय लगेगा?
Ans. अनुरोध करने के बाद आपके आधार पर डेटा को अपडेट होने में 90 दिन तक का समय लग सकता है।

Q.5 क्या मुझे अपने आधार कार्ड की जानकारी अपडेट करने के लिए कोई शुल्क देना होगा?
Ans. हर बार जब आप आधार पर अपना विवरण अपडेट करते हैं तो आपको अधिकतम 50 रुपये (करों सहित) का भुगतान करना होगा। विस्तृत शुल्क यूआईडीएआई की वेबसाइट डाउनलोड पीडीएफ पर यहां देखे जा सकते हैं।

Q.6 मैं आधार पर उल्लिखित अपने पते में अपने पिता का नाम या पति का नाम कैसे जोड़ सकता हूं?
Ans. यह जानकारी भरना वैकल्पिक है। संबंध का विवरण आधार में पता अनुभाग का एक हिस्सा है। इसे केयर ऑफ (सी/ओ) के लिए मानकीकृत किया गया है।

Q.7 क्या मैं स्थानीय भाषा का उपयोग करके पता अपडेट कर सकता हूं?
Ans. अंग्रेजी भाषा के अलावा, आप अपने आधार पर अपना पता अपडेट करने के लिए कन्नड़, बंगाली, असमिया, गुजराती, हिंदी, मलयालम, ओडिया, मराठी, उर्दू, तमिल, पंजाबी, तेलुगु में से कोई भी भाषा चुन सकते हैं।

आशा करते हैं आपका आधार कार्ड से जुड़ी सही जानकारी मिली होगी। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अब आप आसानी से अपना आधार कार्ड बनवा सकते हैं या ऑनलाइन अपडेट करा सकते हैं।

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