आज आप जानेंगे कि बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) का सदस्य कैसे बने? 5 आसान तरीके यहाँ देखें | BJP Member kaise bane? | BJP kaise join kare? बीजेपी कैसे जॉइन करें।
भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है। यह भारत की पहली ऐसी पार्टी है, जिसके पास सबसे ज्यादा सदस्य हैं। युवाओं, महिलाओं, छात्र-छात्राओं सहित ज्यादातर वर्गों में भाजपा की सदस्यता हासिल करने की होड़ है। बड़ी संख्या में आम लोग तो पार्टी के साथ जुड़ ही रहे हैं, दूसरी पार्टियों के छोटे-बड़े नेता भी भाजपा के साथ तेजी से जुड़ रहे हैं। अभी कुछ समय से इस पार्टी ने देश मे इतना विकास किया हैं जितना शायद अन्य किसी पार्टी ने नही किया होगा व शायद इसी कारण से पूरे भारत के लोग आज इस पार्टी का ही समर्थन करते हैं व इस पार्टी के होने से अन्य सभी पार्टी का समर्थन बेहद कम हो चुका हैं जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा लोग BJP से जुडना चाहते हैं।

तरीका 1- Missed Call देकर BJP Member बने
BJP member बनने का सबसे आसान तरीका ये ही हैं की आप miss call द्वारा bjp के सदस्य बने इसके लिए मात्र आपको miss call करना होगा व miss call से bjp सदस्य बनने के लिए आपको 07820078200 पर miss call करना हैं इसके माध्यम से आपको bjp की सदस्यता प्राप्त हो जाती हैं ये बेहद आसान तरीका माना गया है.
तरीका 2- कार्यालय द्वारा BJP Member बने
अगर आप miss call द्वारा bjp member बनने में असमर्थ हैं तो आप bjp कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं हर जगह पर bjp office बनाये गये हैं व वहाँ पर bjp कार्यकर्ता भी रखे गये हैं आप उनसे मिल कर bjp join करने के बारे में बात कर सकते हैं वो आपको पूरी process बता देगे व आपके मन में कोई सवाल हैं तो उसका भी आपको सही जवाब दे देगे उसके बाद आप सीधे कार्यालय से ही bjp के सदस्य बन सकते है.
अगर आप bjp member बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कोई पैसे खर्च करने की जरुरत नही हैं bjp free में member जुडने का अवसर दे रही हैं व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता घर घर जा कर लोगो को bjp से जोडने का प्रयत्न कर रहे हैं इसलिए ये एक बहुत अच्छा अवसर हैं bjp से जुडने का व आप बहुत आसानी से मात्र 5 मिनिट में bjp member बन सकते है.
तरीका 3- एसएमएस (SMS) के जरिए बन सकते हैं सदस्य
मिस्ड कॉल के साथ पार्टी ने सदस्य बनाने के लिए दूसरी व्यवस्था भी की है। पार्टी की तरफ एक और हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। लोग 18002662020 नंबर पर एसएमएस भेजकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। खास बात यह है कि इसके जरिए भारतीय मूल के वे लोग भी भाजपा की सदस्यता हासिल कर सकते हैं, जो विदेशों में रह रहे हैं। पार्टी पदाधिकारियों का मानना है कि भाजपा के सभी वर्गों और सभी जाति के लोगों को अपने साथ जोड़ना चाहती है।
तरीका 4- मेंबरशिप नंबर या कार्ड
भाजपा सदस्य बनाने के बाद मेंबरशिप नंबर भी जारी करती है। एसएमएस के जरिए ही नए सदस्यों को मेंबरशिप नंबर दिए जाते हैं। सदस्यों को एक तरह का कार्ड दिया जाता है, जिसमें उनके नाम, मेंबरशिप नंबर, प्रदेश का जिक्र रहता है। पार्टी की तरफ से उन्हें कॉल करके इसकी जानकारी दी जाती है। जरूरत पड़ने पर कार्ड उनके पते पर भी भेजे जा सकते हैं।
तरीका 5- सदस्य कैंप लगाकर भी बना जा सकता है
ऑनलाइन सदस्य बनाने के साथ लोगों को मैनुअल तरीके से भी पार्टी के साथ जोड़ा जाता है। इसके लिए पूरे भारत में जगह-जगह पर कैंप लगाया जाता है। गांव, तहसील, मुहल्ला और जिला स्तर पर लगाए जाने वाले इन कैंपों में मौजूद पार्टी के पुराने कार्यकर्ता नए सदस्यों को रसीद काटकर देते हैं। यह एक तरह का मेंबरशिप प्रमाण है। नए सदस्यों को इसके बाद पार्टी कार्यालयों पर पहुंचने को कहा जाता है। उन्हें पार्टी के नियम और कायदे समझाए जाते हैं। मीटिंग में भी बुलाया जाता है।
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क्या बीजेपी कार्यकर्ता बनने के लिए करनी होगी कड़ी मेहनत?
भाजपा की सदस्यता हासिल करना तो आसान है, लेकिन पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता बनने के लिए कठिन परिश्रम करना होगा। अपनी पहचान बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी के साथ जोड़ने की कोशिश तो करना ही होगा, नियम और कायदे पर भी चलना होगा। पार्टी की ओर से आयोजित सभी तरह के राजनीतिक कार्यक्रम, धरना-प्रदर्शन, जुलूस और मार्च में भी शामिल होना पड़ता है। पार्टी की तरफ से जो भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे पूरा करना होगा। पुराने कार्यक्रर्ताओं और पदाधिकारियों से मेलजोल बढ़ाना होगा। उनके संपर्क में रहकर ही कार्यकर्ता बनने की कोशिश को आगे बढ़ाया जा सकता है।
बीजेपी जॉइन करने के कारण? क्यू बने सदस्य?
- आप राजनीति में शामिल होना चाहते हैं
- आप अपनी पार्टी के लिए एक भारतीय नेता चाहते हैं! (हो सकता है कि आपको कांग्रेस क्यों नहीं चुननी चाहिए)
- आपके पास यह कहने की वजह है कि आपको क्या सही लगता है
- आप अपनी पार्टी के भीतर लोकतंत्र चाहते हैं
- आप जीतने वाले घोड़े पर दांव लगाना चाहते हैं
बीजेपी सरकार के Pros (फायदे) and Cons (नुकसान)
Pros:
हम सभी खुशी-खुशी उन अच्छे दिनों को याद कर सकते हैं जो हमारे पास कभी थे।
Cons:
मेरे हिसाब से
- हिंदुत्व एक अवधारणा के रूप में हर रात मेरे लिविंग रूम में है।
- अघोषित आपातकाल।
- आरएसएस व्यावहारिक रूप से नीतियां बनाता है। पर्याप्त कथन।
- हर तरफ फेक न्यूज।
- मेरे साथी भारतीय राजनीतिक संरेखण (बाएं, दाएं, केंद्र, आदि) के बहाने एक-दूसरे पर अधिक मतभेद और कलह, कलह, घृणा और जहर उगलते हैं।
- अंध विश्वास है कि एक आदमी या एक अकेला कदम सभी अंतर कर सकता है।
- जम्मू कश्मीर में चरम पर है आतंकवाद
- गैर-मौजूद विदेश नीति
- पड़ोसी देशों के साथ व्यावहारिक रूप से कोई सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं
- प्रचार प्रसार करें कि विरोध और असंतोष देशद्रोही है
- सब कुछ प्राथमिकता है। यह फिर से निर्वाचित होने के बारे में है
- एकालाप। संचार दो तरह से होना चाहिए।
- पाकिस्तान घबरा जाता है और हर तरह की कूटनीति से अलग हो जाता है
- केवल हाँ-पुरुषों/महिलाओं को केंद्र स्तर मिलता है
बीजेपी बनाम कौन?
हर कोई इसका वादा कर रहा है। आम आदमी पार्टी (आप), जो 2017 में राज्य में अपनी शुरुआत में प्रभावशाली रूप से मुख्य विपक्षी दल बन गई, पंजाब के मतदाताओं की दुर्दशा को बदलने में मदद करने के अपने आश्वासन पर भरोसा कर रही है।
दोनों क्षेत्रीय शिरोमणि अकाली दल (SAD) – जिसे शुरू में विवादास्पद कृषि कानूनों के पक्ष में बोलने के बाद बड़े पैमाने पर क्षति नियंत्रण करना पड़ा था – और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को उम्मीद है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के साथ मतदाताओं का असंतोष उन्हें देखेगा।
कांग्रेस भी कहती है कि अगर एक और मौका दिया गया, तो वे बदल जाएंगे – ऊपर से नीचे के फैसलों से हटकर आम नागरिक को सामने और केंद्र में रखेंगे।
मतदाता भी स्पष्ट हैं कि वे अपने प्रतिनिधियों से जवाबदेही चाहते हैं, और हर राजनीतिक दल द्वारा घोषित किए जा रहे मुफ्त उपहारों की संख्या से प्रभावित होने की संभावना नहीं है।
दलित (पूर्व में अछूत) दिहाड़ी मजदूर भानो कहती हैं, ”राजनीतिक दलों ने हमारी किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया है.
आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आरोप है कि 1960 के दशक में राज्य के गठन के बाद से दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस पार्टी और शिअद दोनों लोगों से किए गए अपने वादों को निभाने में विफल रहे हैं।
वे कहते हैं, ”दिल्ली में, हमने सरकारी स्कूलों में मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं, बेहतर शिक्षा और 24 घंटे बिजली की आपूर्ति प्रदान की है. अगर आप हमें मौका देंगे तो हम पंजाब में भी ऐसा ही करेंगे.”
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