देशभर में कोरोना के चलते मरीज़ो की संख्या बढ़ती जा रही है! इसीलिए भारत में जहा कोरोना के मरीज़ दिनों दिन बढ़ रहे है वहां धारा 144 लागू किया है! या फिर देश में खिन दंगो की स्तिथि पैदा होती है तो भी धरा 144 को लागू किया जाता है! लेकिन क्या आप जानते है की धरा 144 होती क्या है, धारा 144 क्या है, सेक्शन 144 क्या होता है तो आईये जानते है कि धारा 144 क्या है इसके लाभ,नुक्सान व इतिहास क्या है!
Dhara 144 kya hai | What is Section (Dhara) 144 in hindi
इस पैराग्राफ में हम जानेंगे की धारा 144 क्या है। धारा 144 Criminal Procedure Code (CrPC) 1973 के अंतर्गत आती है. धारा(सेक्शन) 144 के अंतर्गत किसी राज्य या टेरिटरी के कार्यकारी मजिस्ट्रेट के पास पावर आ जाती है जिस से वह उस राज्य या टेरिटरी में लोगो के इक्क्ठा होने या कोई भी प्रोग्राम जहा 4-5 से ज्यादा लोग इक्क्ठा हो को रोक सकता है।
धारा 144 लागू होने के बाद जनता की कोई भी आवाजाही नहीं होगी और सभी स्कूल कॉलेज कार्यालय सार्वजनिक परिवहन आदि सिर्फ आपातकालीन सेवा और अनिवार्य क्षेत्रों को छोड़कर बाकी सब बंद रहता है। धारा 144 के अंतर्गत अधिकारियों को इंटरनेट बंद करने का अधिकार होता है। यदि उस क्षेत्र का अधिकारी चाहे तो इंटरनेट की सेवा भी बंद कर सकता है आवश्यकता पड़ने पर।
धारा 144 का उल्लंघन करने पर क्या होता है:
इस धारा का नुकसान यह है यदि कोई धारा 144 के आदेश का उल्लंघन करता है तो उस नागरिक को आईपीसी की धारा 188 के तहत दंडित किया जाता है। आईपीसी की धारा 188 के तहत 3 वर्ष तक की सजा हो सकती है। यदि मामला बेहद गंभीर पाया जाता है तो नागरिक को देशद्रोही करार दिया जा सकता है।
कब तक लग सकती है धारा 144?
धारा 144 के तहत दीया आदेश 2 महीने से अधिक समय तक लागू रह सकता है हालांकि परिस्थिति के अनुसार धारा 144 की वैधता 2 महीने से ज्यादा भी हो सकती है अधिकतम 6 महीने तक धारा 144 लागू की जा सकती है जिस जगह पर धारा 144 लगाई गई है वहां स्थिति अनुकूल हो जाती है तो धारा 144 वापस ली जा सकती है।
धारा 144 सजा का प्रावधान यह है की यदि गैर कानूनी तरीके से कोई व्यक्ति भीड़ में पाया जाता है या दंगे में शामिल हुआ पाया जाता है तो उस व्यक्ति को अधिकतम 3 साल कैद की सजा हो सकती है।
धारा 144 और कर्फ्यू में क्या फर्क है
हालांकि धारा 144 व कर्फ्यू अलग-अलग है। कर्फ्यू तब लगाया जाता है जब हालत बहुत ही खराब हो जाते हैं ऐसी स्थिति में लोगों को अपने घर से बाहर निकलने के निर्देश दिए जाते हैं मार्केट स्कूल कॉलेज वह कई सार्वजनिक चीजें बंद रहती है सिर्फ आवश्यकता होने पर ही उन चीजों की अनुमति दी जाती है कर्फ्यू के दौरान ट्रैफिक भी बंद रहता है लेकिन धारा 144 में लोगों को इकट्ठा ना होने की अनुमति दी जाती है ताकि दंगे या भीड़ की स्थिति पैदा ना हो।
सबसे बड़ी धारा कौन सी है
यदि वर्ष 2020 व 2021 में देखा जाए तो धारा 144 से बड़ी अभी तक कोई धारा नहीं लगी है। धारा 144 भारत सरकार द्वारा इसलिए लगाई गई है ताकि देश में कोरोनावायरस ना फैले व लोग सुरक्षित रहें और स्वस्थ रहें। कोरोना वैक्सीन के आने के बाद लोगों के मन से कोरोनावायरस का डर खत्म हो गया है। इसीलिए भारत सरकार द्वारा देश के कई जगहों पर धारा 144 लगाई गई है।
धारा (dhara) 144 का इतिहास
धारा 144 का इतिहास बहुत ही पुराना है लेकिन पहले इसे धारा 144 के रूप में नहीं जाना जाता था कहा जाता है कि राजा रतन नाम के अक्षर में धारा 144 बनाई थी उन्होंने इस धारा का इस्तेमाल बड़ौदा में सन 18 सो 61 में पहली बार किया था ऐसा करने से बड़ौदा में अपराध पर काफी रोक लगी थी इस धारा के लिए अक्षर दे दो तो महाराजा गायकवाड ने पदक देकर सम्मानित किया था इसके बाद धारा 144 का अंग्रेजों ने खूब फायदा उठाया इसी धारा के चलते हैं गांधीजी पुणे इस कानून का उल्लंघन करके चंपारण सत्याग्रह को अंजाम दिया था
इस धारा का इस्तेमाल सन 2012 में दिल्ली पुलिस द्वारा भी किया गया था इस तरह शराब की दुकानों और विक्रेताओं पर या धारा लगा दी गई थी ताकि लोगों को दुकान के बाहर शराब पीने से रोका जा सके।
धारा (dhara) 144 का लाभ | सेक्शन 144 के फायदे
धारा 144 या सेक्शन 144 के लागू होने से किसी भी जगह गड़बड़ होने से रोका जा सकता है इस धारा के अंतर्गत लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई जाती है इससे सार्वजनिक दंगों को होने से रोका जा सकता है। इसके अलावा धारा 144 का उपयोग कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किया जा सकता है हम जानते हैं कि कोरोनावायरस भीड़भाड़ वाली जगहों पर ज्यादा तेजी से फैलता है इसलिए इस धारा के लागू होने से लोगों की जान व माल दोनों की सुरक्षा हो सकती है।
धारा (dhara) 144 लागू होने के नुकसान
जैसा कि हम जान चुके हैं की धारा 144 लागू होने के बाद स्कूल कॉलेज ऑफिस सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट जय दुकाने आदि बंद कर दी जाती है स्कूल या कॉलेज बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पर काफी फर्क पड़ता है ऑफिस, दुकान में सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट बंद होने के कारण लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी मुश्किल हो जाती है क्योंकि उनकी कमाई का साधन बंद हो जाता है। सावधानी ट्रांसपोर्ट बंद होने से लोगों को बहुत आर्थिक हानि होती है।
आशा करते हैं आप को सही जानकारी मिली होगी इसको इस बात को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें धारा 144 के बारे में पता लग सके।