गुप्त नवरात्रि 2021- देवी भागवत के अनुसार हर साल चार बार नवरात्रि आती हैं और जैसे नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा की होती है,उसी प्रकार गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पुजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान साधक माँ काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, माँ ध्रूमावती, माँ बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती हैं।
गुप्त नवरात्रि विशेषरूप से तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व के रूप मे मानी जाती है। इस दौरान देवी भगवती के भक्त बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं। इस दौरान लोग लंबी साधना कर दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करने का प्रयास भी करते हैं।
इस पोस्ट मे आपको गुप्त नवरात्रि लाभ, गुप्त नवरात्रि 2021 अष्टमी तिथि, गुप्त नवरात्रि 2021 में क्या करना चाहिए?, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2021 तिथि और समय, गुप्त नवरात्रि 2021 द्रिक पंचांग, भारत कैलेंडर में गुप्त नवरात्रि 2021 की तारीख, आषाढ़ नवरात्रि 2021 आदि की जानकरी मिलेगी।
गुप्त नवरात्रि से संबंधित जानकारियाँ
आवृत्ति | अर्ध वार्षिक |
समय | 10 दिन |
सुरुआत की तिथि | माघ / आषाढ़ शुक्ल प्रतिपद |
समाप्ति तिथि | माघ / आषाढ़ शुक्ल नवमी |
महीना | ❀ जनवरी – फरवरी ❀ जून – जुलाई |
पूजा मंत्र | ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे। |
प्रकार | माघ नवरात्रि, आषाढ़ नवरात्रि |
उत्सव विधि | शक्ति साधना, व्रत, मंत्र जाप। |
महत्वपूर्ण जगह | माता मंदिर |
पिछला त्यौहार | Magha Navratri: 12 February 2021 |
आषाढ़ मास गुप्त नवरात्रि 2021: वर्ष में कुल मिलाकर चार नवरात्रि आते हैं. मुख्य रूप से चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रों के बारे में सभी लोग जानते हैं। लेकिन इसके अलावा दो और भी महत्वपूर्ण नवरात्रि होती हैं जिनहे करने से विशेष कामनाओं की पूर्ति होती है। इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्रि कहा जाता हैं। गुप्त नवरात्रि इस वर्ष को 11 जुलाई 2021 से शुरू होगी।
नवरात्रि पर्व एक वर्ष मे कितनी बार आते हैं?
चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि के बारे में ज़्यादातर लोगो को पता रहता है लेकिन इनके अलावा, माघ गुप्त नवरात्रि और आषाढ़ गुप्त नवरात्रि भी आती हैं। इनके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होती है। आषाढ़ मास में पड़ने वाली नवरात्रि को आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कहा जाता हैं। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि शुरू होती है। इस बार आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई 2021 रविवार से शुरू होकर 18 जुलाई 2021 रविवार तक होगी।
गुप्त नवरात्रि व्रत का महत्व जानें
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है. चूंकि गुप्त नवरात्रि है तो इस दौरान मां दुर्गा की पूजा गुप्त तरीके से की जाती है. इसमें विशेष तरह की इच्छापूर्ति तथा सिद्धि प्राप्त करने के लिए पूजा और अनुष्ठान किया जाता है. गुप्त नवरात्रि में तंत्र-मंत्र और सिद्धि प्राप्त करने का विषेश महत्व होता है. इस दौरान तांत्रिक, साधक या अघोरी तंत्र-मंत्र और सिद्धि प्राप्त करने के लिए मां दुर्गा की साधना करते हैं. इसके अलावा, आप लोग भी गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा अराधना कर सकते हैं. माना जाता है कि इस दौरान मां की पूजा करने से आपके जीवन के सभी संकटों का नाश होता है।
नियमों का करें पालन कैसे करें
गुप्त नवरात्रि के दौरान पूजा करते समय विशेष बातों का ध्यान रखा चाहिए. सुबह और शाम नियमित रूप से मां दुर्गा की पूजा करें और किसी को बिना बताए गुप्त रूप से मां की पूजा की जानी चाहिए. गुप्त नवरात्रों में गुप्त रूप से मां दुर्गा और उनके रूपों की पूजा की जाती है.
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि घट स्थापना मुहूर्त (Ghat Sthapana Muhurat) की जानकारी
यह पर्व 11 जुलाई 2021 दिन रविवार से शुरू है।
मूर्ति स्थापना शुभ मुहूर्त- सुबह 5 बजकर 31 मिनट से सुबह 7 बजकर 47 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 59 से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक
देवी मां के किन रूपों की होती है पूजा आइए जानें
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन मां काली की पूजा होती है। इसके अलावा, तारा देवी, त्रिपुरा सुंदरी, भुवनेश्वरी, मां चित्र मस्ता और मां त्रिपुर भैरवी की भी पूजा की जाती है। मां के अलग-अलग रूप हैं जैसे मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला देवी की पूजा अंतिम नवरात्रि के दिन की जाती है.
कैसे करें मां दुर्गा की पूजा (गुप्त नवरात्रि 2021 में क्या करना चाहिए?)
गुप्त नवरात्रि के दौरान घट स्थापना उसी तरह की जाती है जिस तरह से चैत्र और शारदीय नवरात्रि में होती है। सुबह-शाम की पूजा में मां को लौंग और बताशे का भोग लगाना आवश्यक होता है। इसके बाद मां को शृंगार का सामान जरूर अर्पित करें. सुबह और शाम दोनों समय पर दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें. ‘ॐ दुं दुर्गायै नमः’ मंत्र का जाप करें. इससे आपके जीवन की सारी समस्याएं दूर हो सकती हैं।