Republic Day India kyu manaya jata hai? भारत का गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत का संविधान लागू हुआ, इसलिए हमारे देश में गणतंत्र दिवस सबसे महत्वपूर्ण अवसर होता है। करोड़ों भारतीयों की आस्था का प्रतीक भारतीय संविधान देश की संप्रभुता और लोकतंत्र का प्रतीक है, जो देश के नागरिकों के हितों का सर्वोच्च प्रहरी है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही देश के कोने-कोने में स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में भी तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इस साल 2023 में हम भारत का 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं, इसलिए यह अवसर सभी देशवासियों के लिए खास है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं कि गणतंत्र दिवस क्या है और इसे क्यों मनाया जाता है? साथ ही इस आर्टिकल के ज़रिए से आप गणतंत्र होने का अर्थ (Republic Day in Hindi) और इसका अर्थ क्या है, जान सकेंगे।

26 January 1950 Day
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। वर्ष 1947 में भारत की आजादी के बाद देश को चलाने के लिए संविधान सभा का गठन किया गया, जिसके बाद संविधान सभा द्वारा 2 साल 11 महीने 18 दिन की कड़ी मेहनत के बाद भारत का संविधान तैयार किया गया।
संविधान लागू होने के बाद हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का आयोजन किया जाता है। गणतंत्र दिवस भारत के लोगों की सर्वोच्चता का प्रतीक है और सभी नागरिकों के सम्मान और गरिमा का भी।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के संविधान को सम्मान देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है साथ ही देश के संविधान निर्माण में योगदान देने वाले महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
भारत में गणतंत्र का इतिहास
भारत में गणतंत्र का इतिहास सदियों पुराना है। देश में गणतंत्रात्मक शासन की पुष्टि देश के विभिन्न पौराणिक और ऐतिहासिक ग्रंथों में की गई है। प्राचीन काल में भी भारत में काशी के कुशीनगर और मल्लों, मिथिला के विदेहों, पिप्पली वन के मौर्यों, कपिलवस्तु के शाक्यों और वैशाली के लिच्छवी गणराज्यों का उल्लेख मिलता है। उस समय में सभी निर्णय राजा द्वारा नहीं बल्कि विभिन्न समितियों और समूहों द्वारा आपसी सहमति और चर्चा से लिए जाते थे।
गणतंत्र क्या हैं?
गणतंत्र शब्द गण और तंत्र दो शब्दों से मिलकर बना है। गण का अर्थ है जनता और तंत्र का अर्थ है शासन या व्यवस्था। इस प्रकार गणतंत्र शब्द का अर्थ है जनता का शासन या जनता की व्यवस्था।
गणतंत्र शब्द के अर्थ को स्पष्ट करने के लिए हमें इतिहास में थोड़ा पीछे मुड़कर देखना होगा। प्राचीन काल में शासन में राजतन्त्र का बोलबाला था, जिसके अन्तर्गत समस्त शक्तियाँ राजा के हाथों में निहित थीं तथा जनता को किसी प्रकार का अधिकार प्राप्त नहीं था। ऐसी स्थिति में राजा स्वयं सारे निर्णय लेता था और जनता को अनेक प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता था।
साथ ही इतिहास में सामंतवाद, एकाधिकार, कुलीन तंत्र और तानाशाही जैसी अन्य प्रणालियाँ भी रही हैं जहाँ सत्ता लोगों के हाथों में केंद्रित नहीं थी गणतंत्र शब्द का अर्थ है कि शक्तियों का केंद्रीकरण जनता के हाथों में होता है, अर्थात राज्य के सभी प्रतिनिधि जनता द्वारा चुने जाते हैं।
भारत के संदर्भ में, राष्ट्र का प्रमुख राष्ट्रपति होता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से लोगों द्वारा चुना जाता है। ऐसे में भारत को गणतंत्र भी कहा जाता है क्योंकि देश का मुखिया जनता द्वारा चुना जाता है।
गणतंत्र दिवस कब और क्यों मनाया जाता हैं?
अधिकांश लोगों के मन में अक्सर यह प्रश्न उठता है कि गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है और किसी और तारीख को क्यों नहीं! तो इसका कारण यह है कि भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को ही लागू हुआ था, इसीलिए इस ऐतिहासिक दिन को याद करने के लिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को ही संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 31 दिसंबर 1929 के ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन में तत्कालीन राष्ट्रपति पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा की थी और ब्रिटिश सरकार से भारत को डोमिनियन स्टेट का दर्जा देने की मांग की थी। इस अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाने की घोषणा की गई। 31 दिसंबर, 1929 की रात 12 बजे रावी नदी के तट पर प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा तिरंगा फहराया गया था। इसके बाद इसी दिन के उपलक्ष्य में ही 26 जनवरी को भारत का गणतंत्र दिवस मनाया गया।
Findhow Homepage | Click Here |